मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो

चित्तौड़गढ़ सोसाइटी फॉर द प्रमोशन आफॅ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एण्ड कल्चर अमग्स यूथ के तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला का स्थानीय गांधीनगर स्थित मेवाड़ गर्ल्स कॉलेज में आयोजन हुआ ।
विरासत श्रृंखला के अंतर्गत विश्व प्रसिद्ध भरतनाट्यम की नृत्यांगना विदुषी पद्मिनी उपाध्याय की प्रस्तुति हुई। साथी कलाकार वोकल श्रीसा, नट्टू वंगमन पर श्रीधरी एस तथा मृदंगम पर प्रणव एस ने सहयोग किया।
सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलित के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई ।
संस्था के चेयरपर्सन तथा स्पिक मैके के जिला अध्यक्ष उद्योगपति गोविंद गदिया , डायरेक्टर लादू लाल शर्मा ने कलाकारों का तथा अतिथियों का शॉल उपरना , मेवाड़ी पाग व मोमेन्टो से स्वागत किया।
सभी वर्गो की छात्राओं व फेकल्टी की उपस्थिति रही। स्पिक मैके की कार्यकारिणी सदस्य रेणुका भट्ट व अन्य उपस्थित थे ।
स्पिक मैके के पूर्व चैयर पर्सन जे॰पी॰भटनागर ने स्पिक मैके का इतिहास व कला के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन इन्द्रा बल्दवा ने किया तथा कलाकार परिचय नन्ही वालियन्टर चहक भटनागर ने दिया ।
कलाकार द्वारा सर्वप्रथम पुष्पांजलि एवं भूमि प्रणाम से शुरुआत की । तुलसीदास कृत श्लोकी रामायण में राम जन्म व केकयी मंथरा संवाद ,राम का वनवास , सीता हरण, मारिच वध , सुग्रीव वध, हनुमान मिलन , जटायु से संवाद , समुद्र तट, रामसेतु निर्माण , हनुमान जी सीता संवाद , राम रावण युद्ध और अंत में राम का राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का अभिनय कर संपूर्ण रामायण का दर्शन कर दिया और अंत में रघुपति राघव राजा राम का अभिनय कर सभी दर्शकों को सम्मिलित किया । अंत में कृष्ण की बाल लीलाओं में कवि सूरदास द्वारा रचित कृष्ण भजन मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो पर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डायरेक्टर शर्मा ने आभार व्यक्त किया
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