विश्वराज सिंह ने सिटी पैलेस में 40 साल बाद धूणी के दर्शन किए
Vishwaraj Singh visited Dhuni in City Palace after 40 years
विश्वराज ने 40 साल बाद सिटी-पैलेस में धूणी दर्शन किए
मुख्यमंत्री के मैसेज से बनी बात; उदयपुर के पूर्व राजघराने में विवाद थमा
उदयपुर विश्वराज सिंह मेवाड़ ने सुबह एकलिंगजी भगवान और शाम को सिटी पैलेस में धूणी के दर्शन किए।
उदयपुर के पूर्व राजपरिवार में राजतिलक की रस्मों को लेकर छिड़ा विवाद थम गया है। परंपरानुसार राजतिलक की रस्म के तीसरे दिन बुधवार शाम करीब 6.30 बजे विश्वराज सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस में धूणी दर्शन किए।
उनके साथ सलूंबर के देवव्रत सिंह रावत, बड़ी सादड़ी राज राणा घनश्याम सिंह, शिवरती महाराज राघवराज सिंह और आमेट राव जयवर्धन सिंह धूणी दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
धूणी दर्शन के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ खुली जीप में समर्थकों के साथ समोर बाग पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थकों ने आतिशबाजी की और नारे लगाए।
कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया- मुख्यमंत्री के मैसेज के बाद विश्वराज को दर्शन करवाने का फैसला हुआ। कुर्क प्रॉपर्टी पर सिटी पैलेस के जवाब के बाद निर्णय होगा।
इससे पहले विश्वराज ने राजतिलक की रस्म के 48 घंटे बाद बुधवार सुबह मेवाड़ के शासक देवता एकलिंगजी के दर्शन किए। इसके बाद हुई शोक भंग की रस्म में उन्हें रंगीन पगड़ी पहनाई गई। विश्वराज सिंह के निवास पर परिवार के शोक भंग की रस्म को निभाई गई।विश्वराज सिंह मेवाड़ ने 40 साल बाद सिटी पैलेस में धूणी के दर्शन किए।शोक भंग की रस्म और मंदिर में प्रवेश से पहले विश्वराज की पगड़ी का रंग सफेद था। मंदिर से निकलने के बाद उसका रंग लाल था।
समोर बाग पैलेस में विश्वराज सिंह मेवाड़ ने उमराव का शोक भंग करवाते हुए उनको रंग दस्तूर के तहत रंगीन पगड़ी प्रदान की।
धूणी दर्शन करने के बाद उनके समर्थकों ने आतिशबाजी की।
विश्वराज सिंह के साथ एकलिंग नाथ मंदिर में प्रवेश को लेकर उनके समर्थकों को पुलिस के साथ हल्का विवाद हो गया।
एकलिंगजी दर्शन करने से पहले समोर बाग पैलेस में शुरू हुई रस्में। विश्वराज सिंह मेवाड़ ने घोड़ी की पूजा भी की।
एकलिंगजी मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। विश्वराज सिंह जब दर्शन करेंगे तो मंदिर दर्शन करने वाले आम भक्तों को रोका जाएगा।
सिटी पैलेस के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इससे पहले बुधवार सुबह भी सिटी पैलेस के गेट बंद रहे। किसी भी विवाद से निपटने के लिए सिटी पैलेस के बाहर, समोर बाग के बाहर पुलिस के कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। सिटी पैलेस के आसपास तो धारा-163 (पहले 144) लागू है।
वहीं, मंगलवार को इस पूरे विवाद पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। विश्वराज सिंह मेवाड़ और लक्ष्यराज सिंह ने एक-दूसरे को सोमवार को हुई हिंसक झड़प के जिम्मेदार बताया। दोनों ने ही सरकार और जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाए। लक्ष्यराज ने कहा- सरकार में बैठे एक व्यक्ति के इशारे पर पूरा विवाद हो रहा है।
उदयपुर के पूर्व राजपरिवार विवाद में क्या हुआ,
उदयपुर के इसी एकलिंगजी मंदिर में विश्वराज सिंह दर्शन करेंगे। बप्पा रावल ने इस मंदिर का निर्माण 734 ई में करवाया था।
उदयपुर के सिटी पैलेस के इसी धूणी स्थल में दर्शन को लेकर सोमवार रात को विवाद शुरू हुआ था। यह धूणी स्थल मेवाड़ चैरिटेबल ट्रस्ट का हिस्सा है।
मंगलवार को जगदीश चौक से सिटी पैलेस जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग के आगे लोहे के एंगल लगाकर रास्ता रोका गया था। एंगल को भी जाली से कवर किया गया था ताकि कोई भी सिटी पैलेस गेट की तरफ न आ सकें।सोमवार देर रात करीब 1.30 बजे जिला प्रशासन ने विवादित स्थल को कुर्क करने का नोटिस सिटी पैलेस के गेट पर लगा दिया।सोमवार देर रात सिटी पैलेस में अंदर घुसने को लेकर विश्वराजसिंह मेवाड़ के समर्थकों की पुलिस से झड़प हो गई।सोमवार को चित्तौड़गढ़ में पूर्व राजपरिवार के विश्वराजसिंह मेवाड़ के राजतिलक की रस्म की परंपरा निभाई गई।
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