प्रणाम से जीवन में कई परिणाम निकलते हैं
Pranam brings many results in life
गंगरार 10जून "प्रणाम से जीवन में क ई परिणाम निकलते हैं" उक्त विचार साध्वी प्रेक्षाश्री मसा ने सोमवार को वर्धमान स्थानक भवन में नियमित प्रवचन के तहत धर्म सभा में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि धर्म की आराधना करने के लिए यदि हम अपने जीवन मे परिणाम चाहते हैं तो प्रणाम परमावश्यक है। प्रणाम से जीवन मे क ई परिणाम प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमे अपने धर्म के जुनून को पैदा करते हुए हमारे भीतर परिवर्तन की लहर लानी होगी, जिससे जीवन का कल्याण संभव हो सके। साध्वी प्रेक्षाश्री ने कहा कि संसार का प्रत्येक प्राणी वीतरागता को प्राप्त करना चाहता है । अतःवितरागता के लिए नवकार महामंत्र का जाप , पंच महाव्रत धारियों का आराधन व वन्दन परमावश्यक है। उन्होंने वन्दन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वन्दन करने से साधना प्रबल होकर कर्मों की निर्झरा होते हुए जीवन कल्याण की ओर अग्रसर हो जाता है। साध्वी प्रेक्षाश्री ने कहा कि हमे अपने मूल्यों को समझते हुए हमारे भीतर में परिवर्तन लाना होगा। होगा। उन्होंने अर्णकश्रावक की धर्म के प्रति दृढ़ता के प्रसंग को व्याख्यायित करते हुए कहा कि हमें हर व्यक्ति का आदर करना चाहिए। उन्होंने अंहकार जनित चरण स्पर्श करने के वर्तमान के तरीकों व प्रचलन पर दुख जताते हुए कहा कि नमन व प्रणाम के ये तरीके उचित नहीं है। साध्वी प्रेक्षाश्री ने माता, पिता, बड़े, बुजुर्गो तथा अरिहन्तो के चरण स्पर्श करने के महत्व को व्याख्यायित कर पांव के अंगूठे तक के चरण स्पर्श करने की विधी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अन्तरंगता से चरण स्पर्श करने पर हृदय स्पर्श हो जाता है। उन्होंने कहा कि नम्रता धारण कर विनय व समता भाव रखने वाले सदैव मोक्ष मार्ग की ओर प्रशस्त हुए हैं। धर्म सभा में साध्वी पावनश्रीमसा ने अपने प्रवचन में कहा कि जगत को छोड़कर जीनेश्वर की आराधना करें जिससे मोक्ष का मार्ग प्रशस्त हो सके। उन्होंने स्वाध्याय के महत्त्व पर चिंतन देते हुए अवन्ति सुकुमार व माता के परस्पर मार्मिक संवाद के प्रसंग को व्याख्यायित करते हुए कहा कि हमें सांसारिक सुखों व मोह का त्याग कर संयम का मार्ग अपनाते हुए जीनेश्वर की ओर बढ़ना होगा। धर्म सभा में सरोज सिरोया ने गीत की प्रस्तुति दी। धर्मसभा में जैन समाज के मिडिया प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा व जैन समाज के मंत्री सागर मल सुराणा ने भी आध्यात्मिक विचार व्यक्त किए ।इस अवसर पर जैन समाज अध्यक्ष व समाजसेवी कोमल सिंह मोदी ने विचार व्यक्त करते हुए आभार जताया। धर्म सभा में रेल्वे स्टेशन उपनगर जैन समाज मंत्री अशोक कुमार कोचिटा, पूर्व प्रधानाचार्य सत्यनारायण पोरवाल, मिश्रीलाल, शान्ति लाल, चांदमल कोठारी, राजमल गोलेछा, विनोद कुमार रुंगरेचा, ज्ञानमल डांगी, शम्भु लाल सुराणा, हस्तीमल सुराणा, फतह लाल आंचलिया, सुनिल कुमार लोढ़ा, सुजान मल लोढ़ा, पारसमल लोढ़ा हरीश सुराणा, दीपक सुराणा सहित कई श्रावक श्राविकांए उपस्थित थे।
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