श्री सांवलिया सेठ मेले के दूसरे दिन चांदी के रथ में निकाली गई भव्य शोभायात्रा हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा
On the second day of Shri Sanwaliya Seth Fair, a grand procession was taken out in a silver chariot and flowers were showered from the helicopter
चित्तौड़गढ़, । जिले में मंडफिया स्थित श्रीकृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में भगवान सांवलिया सेठ के विशाल जलझूलनी एकादशी मेले के दूसरे दिन भगवान श्रीसांवलियाजी की बैंड बाजों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरी। इस दौरान पूरा वातावरण सांवलिया सेठ के जयकारों से गूंज उठा। भक्तों ने पुष्पवर्षा से भगवान का स्वागत किया।
मेले के दूसरे दिन सोमवार को राजभोग आरती के बाद भगवान के बाल विग्रह को चांदी के रथ में बिराजमान किया गया। इस दौरान श्री सांवलिया सेठ की विशेष आरती की गई। परंपरागत वाद्य यंत्रों और ढोल नगाड़ों की थाप पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया और मंदिर परिसर में भगवान के साथ श्रद्धालुओं ने गुलाल भी खेली। बाद में भक्त रथ को खींचते हुवे मंदिर से बाहर लाए। शोभायात्रा पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। इस दौरान श्री सांवलियाजी मंदिर बोर्ड चेयरमैन भैरू लाल गुर्जर, मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार, बोर्ड सदस्य अशोक शर्मा, संजय मंडोवरा, भैरूलाल सोनी सहित भारी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु मौजूद रहे। रथयात्रा में राम दरबार, कृष्ण-सुदामा मिलन झांकी, राधा-कृष्ण झांकी, शिव परिवार झांकी महाकाल झांकी, बाहुबली हनुमान झांकी शेरावाली माँ की झांकी की भव्य प्रस्तुतियां दी गई।
भगवान सांवलिया सेठ की रथ यात्रा करीब आठ घंटे तक चली। शाम को यह रथ यात्रा सांवलिया सरोवर घाट पहुंची जहां भगवान को जल स्नान कराया गया और भगवान की विशेष पूजा की गई। भगवान सांवलिया सेठ के मेले में लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। मेले को लेकर प्रशासन की और से विशेष व्यवस्थाएं की गई है।
रविवार को होगा समापन
रविवार को मेले का समापन होगा। शाम को 7 बजे मेला ग्राउंड, मीरा रंग मंच स्टेज पर समापन समारोह व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दिन दिव्यांगों को मोटोराईज्ड स्कूटी वितरण एवं प्रतिभावान विद्यार्थी सम्मान समारोह आयोजित होगा। साथ ही वीणा कैसेट्स द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।
कवि सम्मेलन एवं भजन संध्या का आयोजन
श्री सांवलिया जी में लेकर पहले दिन रात्रि को कवि सम्मेलन एवं विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में कवि सुरेन्द्र शर्मा, सत्यनारायण सतन, विवेक पारीक, जॉनी बैरागी, भुवन मोहिनी, विष्णु सक्सेना, मुन्ना बैट्री, नवल सुधांशु, प्रवीण राही सहित कवियों ने श्रृंगार, हास्य, वीर रस की कविताएं पेश की। कवि सम्मेलन में मंच संचालन कवि अजातशत्रु ने किया। कवि सम्मेलन की शुरुआत कवित्री नमिता नमन ने सरस्वती वंदना से की। इसके पश्चात कवि प्रवीण राही ने सैनिकों पर कविता पाठ किया। कवि विवेक पारीक ने "विरोध हो विराट या विपत्तिया विशाल हो ...", नवल सुधांशु ने "गीत मेरा अधरों को तरसा..." , कवित्री डॉ भुवन मोहिनी ने "हो गई रे बावरिया दुनिया हो गई रे..." आदि कविताएं पेश कर समां बांध दिया। कवि मुन्ना बैटरी, जॉनी बैरागी ने हास्य रस के माध्यम से दर्शकों को गुदगुदाया। कवि विष्णु सक्सेना ने गीत प्रस्तुत किए। कवि सम्मेलन में कवि सुरेंद्र शर्मा, सत्यनारायण सत्तन ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
कवि सम्मेलन में सांसद सीपी जोशी, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर, अतिरिक्त जिला कलक्टर और मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार, अतिरिक्त कलेक्टर भू अ सुरेंद्र सिंह पुरोहित, सांवरियाजी के मेला प्रभारी एडीएम विनोद मल्होत्रा, मंदिर मंडल के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, कपासन प्रधान, भदेसर एसडीएम विजयेश कुमार पांड्या, तहसीलदार सहित कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और मंदिर मंडल के सदस्य गण उपस्थित रहे।
साथ ही, मीरा रंगमंच एवं गोवर्धन रंगमंच स्टेज पर विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। इसमें प्रख्यात भजन गायक राज पारीक, छोटूसिंह रावणा एवं सवाई भाट मय दल द्वारा सुन्दर भजनों की प्रस्तुतियां दी गई।
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