पहले दिन बटुकों ने सीखा चरण वंदना व तिलक लगाना
On the first day, Batuks learned to worship feet and apply tilak

प्रथम सनातन संस्कार शिविर शुरू, पहले दिन बुटकों ने सीखा चरण वंदन व तिलक लगाने का तरीका
चित्तौड़गढ़ ओम् तत्सत् संस्था एवं गुर्जरगौड़ ब्राहमण वर वधु संगठन जीजीवीवीएस के तत्त्वावधान में आयोजित प्रथम विशाल सनातन संस्कार शिविर का सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों की उपस्थिति में वेद मंत्रों की ध्वनि से गुरूवार सुबह शुरुआत हुई। आज की अध्यक्षता प्रशासनिक संत एसीईओ हरे कृष्णा प्रभु राकेश पुरोहित ने करते हुए शिविर में पहले ही दिन पहुंचे बड़ी संख्या में बटुकों को चरण वंदन कैसे करे, किसको करे, समाज में लोगों को सिर पर तिलक, गले में तुलसी कंठी, माला धारण करने एकादशी माता की महिमा का वर्णन, एकादशी कैसे करे के बारे में बताया। गायत्री मंत्र की महिमा से बटुकों को बताते हुए छोटे बच्चों से भी प्रतिदिन सूर्य नमस्कार, तुलसी में जल चढ़ाना, सूर्य की वन्दना करने पर जोर दिया। पुरोहित ने अपने उद्बोधन में ब्राह्मण समाज के बौद्धिक एवं सामाजिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए सभी को मिलजुल कर जीवन में धर्म एवं संस्कारों का समावेश करने के लिए आह्वान किया। श्याम शर्मा चंदेरिया की साढ़े चार साल की पुत्री दिक्षिका ने दुर्गा सप्त सती के मंत्र सुनाकर सबको मंत्र मुग्ध किया। मुख्य प्रशिक्षक ज्योतिषाचार्य विकास उपाध्याय ने दैनिक नित्य नियम ,गणेश मंत्र ,कर-दर्शन और गुरु मंत्र से सत्र का शुभारंभ किया। मंचासीन पंडित मदन मोहन उपाध्याय, सोहनलाल दशोरा, शिवलाल शर्मा विजयपुर, विप्र फाउंडेशन की महिला प्रदेश महामंत्री इंद्रा शर्मा, राजस्थान ब्राहमण महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश उपाध्याय, परशुराम धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष के मनोज मेनारिया, सत्यनारायण ओझा, विप्र सेना पदाधिकारी, शिविर प्रभारी राजेंद्र त्रिपाठी, राकेश गिल, भरत चाष्टा रेलवे, मदनलाल शर्मा उपरेड़ा, जगदीशचंद शर्मा डेयरी, पंडित दिनेश तिवारी, पंडित अनिल जोशी, पंडित कौशल और सर्व ब्राह्मण समाज के अधिकाधिक संख्या में विराजित थे। शिविर प्रभारी राजेंद्र त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य पंडित विकास उपाध्याय, राकेश गिल ने बताया कि सोहनलाल सुखवाल कन्नौज, श्यामलाल गील, डॉ. योगेशचंद व्यास, चंद्रशेखर त्रिपाठी, श्याम शर्मा एडवोकेट, प्रवर्तन निरीक्षक सुमन तिवारी, सरपंच श्यामलाल शर्मा बिजयपुर आदि वरिष्ठ जनों के सानिध्य में बटुकों को आशीर्वचन दिए गए। शिविर में पधारने वाले विशिष्ट अतिथियों के साथ साथ सभी शिविरार्थी बटुकों एवं अभिभावकों द्वारा भारतीय परंपरागत परिधान धोती के साथ ललाट पर तिलक एवं गले में माला धारण करने से सत्र में पूर्ण रूप से पारंपरिक संस्कारित समाज का संदेश दिखाा। इससे समस्त ब्रह्म समाज में संस्कार के समावेश के साथ ही सम्मिलित होने वाले बटुकों एवं समाज जनों को प्रेरणा प्राप्त हुई। प्रशिक्षक के रूप में पंडित रजनीश दाधीच, पंडित कौशल शर्मा दांथल, श्याम पारीक, पंडित भरत शर्मा, शास्त्री पंडित अनिल जोशी आदि ने सहयोगी पंडित पीयूष धनेत, पंडित दीपक शर्मा, पंडित मयंक शर्मा आदि ने सेवा दी। प्रथम दिवस सत्र में शिविरार्थियों को प्रातः गणेश वंदन, गुरुवंदन, कर-दर्शन के साथ ही दैनिक नित्य नियम की जानकारी दी गई । भरत चाष्टा रेलवे, मदनलाल शर्मा उपरेड़ा आदि ने शिविरार्थियों के पंजीयन का कार्य किया।
परशुराम धाम गायत्री मन्दिर सेंती पर आयोजित इस सनातन संस्कार शिविर में बटुकों को पञ्चांग, माला, उपरना, आसन पुस्तक आदि के वितरण में विप्र फ़ाउंडेशन, बंशीलाल कांटिया, ओमप्रकाश चतुर्वेदी, लादूलाल उपाध्याय, जगदीश शर्मा डेयरी, योगेश शर्मा आरओ, भरत शर्मा सेगवा, महेश जोशी आदि का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। जलपान, अल्पाहार व्यवस्था शिवलाल शर्मा, संजय शर्मा बिजयपुर एवं सुमन तिवारी द्वारा करवाई गई।
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