हिंदुस्तान जिंक को पानी देने को लेकर अब राजनीति शुरू
इंटक श्रमिको का प्रदर्शन जायज हिंदुस्तान जिंक पर प्रशासन अनावश्यक दबाव बना रहा है: जाडावत
चित्तौड़गढ़ हिंदुस्तान जिंक को पानी देने को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। जहां पर पानी को लेकर जिंक कर्मचारयों के प्रदर्शन के बाद अब कांग्रेस भी उनके पक्ष में खडी होने लगी है। राजस्थान सरकार के पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह सिंह जाड़ावत ने हिंदुस्तान जिंक में पानी के संकट को लेकर इंटक श्रमिक यूनियन द्वारा किए गए प्रदर्शन को जायज ठहराते हुए कहा प्रशासन को संकट का समाधान कर प्लांट को बंद करने से बचाए जिससे रोजगार प्राप्त युवाओं को बेरोजगारी का दंश नही झेलना पड़े।
जाड़ावत ने कहा की तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी एवं सांसद निर्मला कुमारी शक्तावत एवं मेरे जिला प्रमुख कार्यकाल में इस प्लांट का शिलान्यास हुआ था जिससे मेरा भावनात्मक जुड़ाव हिंदुस्तान जिंक से रहा है मैंने कभी इस प्लांट से व्यावसायिक रिश्ता नहीं रखा। प्लांट में आस पास की विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिल रहा है अगर यह बंद हुआ तो बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा। वर्तमान समय में डबल इंजन की सरकार में पहले से ही बेरोजगारी व्याप्त है हिंदुस्तान जिंक द्वारा किसानों के ट्यूबवेल से पानी खरीदा जाता है जिसके भुगतान से किसान वर्ग खाद बीज खरीद कर फसल का उत्पादन करते थे । प्लांट द्वारा दिए गए भुगतान से फसल उत्पादन के लिए उन्हें कर्जमुक्ति से राहत मिलती है । प्लांट द्वारा पानी बांधो एवं नदियों से प्राप्त नहीं कर ट्यूबवेल से खरीदा जा रहा है यह पानी कोई पाकिस्तान नही जाकर प्लांट को बचाए रख रहा है। हिंदुस्तान जिंक का चित्तौड़गढ़ की प्रगति में भी योगदान रहा है सीएसआर मद से मूलभूत सुविधाओ के लिए बजट का प्रबंधन करता रहा है राजस्थान में कांग्रेस के 2008 से 2013 एवं 2018 से 2023 के मध्य पानी संकट होते हुए भी राज्य सरकार एवं सिंचाई विभाग से अनुमति प्रदान कराकर हिंदुस्तान जिंक को पानी उपलब्ध कराते हुए प्लांट को बंद होने से बचाते हुए युवाओं को बेरोजगार नही होने दिया।मेरे विधायक कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से निवेदन कर हिंदुस्तान जिंक द्वारा निर्मित घोसुंडा बांध से जनहित में हिंदुस्तान जिंक से कोई भी समझोता नही करते हुए चितौड़गढ़ शहर को 315 एमसीएफटी पानी आरक्षित कराया था जिससे 2013 से निरंतर 11 वर्ष से शहर को पेयजल आपूर्ति सुचारू है। राज्य में भाजपा सरकार एवं स्थानीय भाजपा सांसद एवं 4 भाजपा विधायक के होते हुए भी प्लांट बंद होने की कगार पर आए यह सोचनीय विषय है। प्रशासन को इस समस्या का तुरंत समाधान कर प्लांट को बंद होने से बचाकर रोजगार प्राप्त युवाओं को बेरोजगारी से बचाना अति आवश्यक है।
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