नवरात्र कल से, घट स्थापना के साथ ही शुरू होगी गरबों की धूम
चित्तौडगढ आस्था, साधना एवं भक्ति का पर्व नवरात्र रविवार को शुरू होंगे, शहर के विभिन्न शक्तिपीठों पर घट स्थापना के साथ ही विशेष पूजा अर्चना शुरू हो जाएगी, चित्तौडगढ के दुर्ग स्थित कालिका माता, असावरा माता, जोगणियां मात , झांतला माता मंदिर पर नवरात्र की तैयारियां पूरी कर ली गई है
चित्तौडगढ आस्था, साधना एवं भक्ति का पर्व नवरात्र रविवार को शुरू होंगे, शहर के विभिन्न शक्तिपीठों पर घट स्थापना के साथ ही विशेष पूजा अर्चना शुरू हो जाएगी, चित्तौडगढ के दुर्ग स्थित कालिका माता, असावरा माता, जोगणियां मात , झांतला माता मंदिर पर नवरात्र की तैयारियां पूरी कर ली गई है, इनमें से कई जगह तो आज घट स्थापना हो गई वहीं कई जगह रविवार को घट स्थापना होगी, वहीं शहर में भी गरबा के लिए विशेष पंडाल तैयार किए गए है जहांपर नो दिन तक गरबा एवं डांडिया रास का आयोजन होगा, वहीं शहर में भी जगह-जगह मूर्तिकारों ने माता की प्रतिमा तैयार कर सजा दी है, अब उन्हें इंतजार है उनके भक्तों का जो उनसे माता की मूर्ति ले जाकर उनके पांडाल और घरों में स्थापित करेंगे।
भीलवाडा नवरात्र आने के साथ ही शहर के विभिन्न चौराहो पर माताजी की प्रतिमाएं बिक्री के लिए तैयार है। माताजी की प्रतिमाएं घरों व पंडालों में घट स्थापना के साथ ही नवरात्रा का आठ दिवसीय महोत्सव शुरू हो जाएगा। मूर्ति बनाने वाले राधा ने बताया कि चैत्र माह से ही मूर्तिया बनाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। मूर्तिया बनाने में पूरा परिवार का साथ होता है जो पूर्ण होने के बाद विभिन्न जिलों में जाकर बेचते है। वही मिटिया देवी ने बताया कि मूर्ति में पीओपी और नारियल की भूसी का प्रयोग होता है और रंग, चूड़ी आदि का श्रंगार कर बनाई जाती है। मूर्तियों में आधा फिट से लेकर 14, 15 फिट तक कि मूर्तिया ये बचपन से ही बनाते आ रहे है, जितनी मेहनत और साधना से मूर्तिया बनाते है उतना पैसा नही मिल पाता है।
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