100 से ज्यादा नेशनल और मल्टीनेशनल कंपनियों ने मौके पर पहुंचकर विद्यार्थियों के इंटरव्यू लिए
More than 100 national and multinational companies reached the spot and interviewed the students
मेवाड़ यूनिवर्सिटी में लगा मेगा जॉब फेयर, उमड़े हजारों विद्यार्थी
चित्तौड़गढ़। नेशनल और मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी पाने का सपना लिए हजारों बेरोजगार युवा शनिवार को मेवाड़ यूनिवर्सिटी के मेगा जॉब फेयर में उमड़ पड़े। इस जॉब फेयर में यूनिवर्सिटी प्रशासन के आमंत्रण पर 100 से ज्यादा नेशनल और मल्टीनेशनल कंपनिर्यां आइं थी, जिन्होंने विभिन्न चयन प्रक्रियाओं के माध्यम से सैकड़ों योग्य विद्यार्थियों को अपनी कंपनी में अच्छी नौकरियां दीं। जॉब फेयर में 4 हजार से ज्यादा विद्यार्थी पहुंचे।
मेवाड़ यूनिवर्सिटी में शनिवार को आयोजित मेगा जॉब फेयर का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि मनोमय टैक्स इंडिया लिमिटेड की प्रमोटर एंड होल टाइम डायरेक्टर पल्लवी लड्ढा ने कहा कि किसी भी एक कंपनी के लिए एक अच्छा कर्मचारी उसकी संपत्ति होता है। एक कंपनी तभी ग्रोथ कर सकती है जब उसके पास प्रफेशनल और ईमानदार कर्मचारी हो। भारत की वैदिक संस्कृति पहले से ही काफी विकसित थी चूंकि यहां पर तक्षशिला और नालंदा जैसे प्राचीन शैक्षिक संस्थान थे जिसमें भविष्य को देखते हुए कई विषय पढ़ाए जाते थे। वर्तमान में मेवाड़ यूनिवर्सिटी भी इसी दिशा में प्रयासरत है। यूनिवर्सिटी प्रशासन जिस तरह से नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है इससे युवाओं को अधिक से अधिक लाभ लेना चाहिए।
मेवाड़ यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कंपनियों के प्रतिनिधियों और स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एक सफल व्यक्ति के लिए ईमानदारी और कड़ी मेहनत का गुण होना आवश्यक है। यदि उसमें कोई कमियां भी है तो वह इन दोनों गुणों के सामने छिप जाती है। मैने अपने जीवन में अभी तक तकरीबन 2000 से ज्यादा इंटरव्यू लिए है लेकिन इसमें एक ही चीज को प्रमुखता दी कि कोई व्यक्ति संस्था के प्रति कितना ईमानदार और मेहनती है। भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री का विजन है कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बन सकें लेकिन मेरा मानना है उच्च शिक्षण संस्थानों और औद्योगिक संस्थानों दोनों को मिलकर ऐसी नीति तैयार करनी चाहिए जिससे युवा शक्ति का सहीं मार्गदर्शन हो और उनकी सकारात्मक ऊर्जा का सहीं उपयोग हो सकें ताकि समय से पूर्व ही भारत विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो जाएं। वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) आलोक कुमार मिश्रा ने कहा कि स्टूडेंट्स की यात्रा एडमिशन से शुरू होती है और प्लेसमेंट पर जाकर खत्म होती है। इस दौरान स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी से मिलने वाली तमाम सुविधाएं और गुरु से मिलने वाले तमाम ज्ञान को आत्मसात करना चाहिए जो उनके जीवन के लिए बेहद उपयोगी होता है। इस मौके पर मेवाड़ यूनिवर्सिटी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक हरीश गुरनानी ने कहा कि मेवाड़ यूनिवर्सिटी में इस प्रकार का वृहद स्तर पर आयोजन स्वयं में अनूठा एवं विशिष्ट प्रयास है जिसमें एक दिन में ही 100 से ज्यादा कंपनियों ने मौके पर उपस्थित होकर विद्यार्थियों का साक्षात्कार लिया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बड़े पैमाने पर रूपरेखा तैयार करके, राजस्थान की अधिकांश प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के विद्यार्थियों को आमंत्रित किया था। इसी का नतीजा रहा कि जॉब फेयर के लिए 11 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था ।
हालांकि शनिवार सुबह से ही मेवाड़ यूनिवर्सिटी कैंपस का नजारा बदला हुआ था। अभ्यर्थियों का अपने अभिभावक के साथ यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचना शुरू हो गया था। कंपनियों के प्रतिनिधियों समेत युवाओं व अभिभावकों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम कर रखे थे। यूनिवर्सिटी की आठ से ज्यादा टीमें जॉब फेयर के इंतजाम में लगी हुई थीं, जबकि विभिन्न कंपनियों की हेल्प डेस्क के लिए 100 से ज्यादा स्टॉल लगी थीं। इसके अलावा बाहर से आने वाले युवाओं के खाने-पीने का बंदोबस्त भी कैंपस के अंदर ही किया गया था। चित्तौड़गढ़ के जिला रोजगार कार्यालय में रजिस्टर्ड सैकड़ों बेरोजगार युवा भी शामिल थे। जॉब फेयर में भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, कोटा, उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, अजेमर, नीमच, मंदसौर आदि जिलों की 300 से ज्यादा सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों ने पहुंचकर जॉब फेयर का लाभ उठाया। सुबह के समय आयोजित कार्यक्रम में फाइन आर्ट डिपार्टमेंट की ओर से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां पेश की गई। जिसमें योगा और असम का सत्रिय जैसे नृत्य भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में मेवाड़ एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष गोविंद लाल गदिया, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य आर.के गदिया और अर्पित माहेश्वरी, प्रो. वाइस चांसलर आनंदवर्द्धन शुक्ला, डॉ. आर. ए गुप्ता, स्वामी महेश योगी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस योगा के निदेशक स्वामी महेश योगी, डॉ. चित्रलेखा सिंह, डीन एकेडमिक्स डी. के शर्मा समेत काफी संख्या मेें विद्यार्थी और शिक्षकगण उपस्थित थे।
एचआर प्रतिनिधियों ने की भूरि-भूरि प्रशंसा
इस मौके पर विभिन्न कंपनियों से आए एचआर प्रतिनिधियों ने स्टूडेंट्स के बिहेवियर और यूनिवर्सिटी प्रशासन की व्यवस्था और नवाचारों को काफी सराहा। जिनमें एचआर प्रतिनिधियों में अनेटा फॅॉर्मास्यूटिकल्स से वंदना कुमारी, जाइडेक्स से जयमाला तिवारी, क्लेरॉइड से झीली मोहंती और पाइरोटेक से तनवीर सिंह आदि विभिन्न प्रतिनिधियों ने मेवाड़ यूनिवर्सिटी की बनी फॉर्मा लैब, विभिन्न म्यूजियम, यूनिवर्सिटी स्थित कृषि फॉर्म में हो रही आर्गेनिक खेती और कृषि म्यूजियम की काफी प्रशंसा की। इसके अलावा इंजीनियरिंग संकाय द्वारा चलाए जा रहे टेक्निकल टूडे क्लब की भी काफी प्रशंसा की। जिसमें स्टूडेंट्स द्वारा जागरूकता से संबंधित बनाए गए अनेको प्रोजेक्ट को सराहा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर इस तरह के नवाचार किए जाने से विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ नई जानकारी उपलब्ध होती है। इसलिए अन्य विश्वविद्यालयों को भी इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
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