लगातार डबल ड्यूटी करवाने के कारण उसकी हालत खराब हुई
चित्तौड़गढ़. हिंदुस्तान जिंक के एक ठेका कंपनी में ऑन ड्यूटी रहते हुए एक इंजीनियर की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजन, रिश्तेदार और समाज जनों ने लगभग एक करोड़ रुपयों की मांग की है। काफी देर से पुलिस परिजनों को समझाने की कोशिश कर रही है। मौत का कारण साइलेंट अटैक बताया जा रहा है। वहीं, परिजनों का आरोप है कि कंपनी द्वारा लगातार डबल ड्यूटी करवाने के कारण उसकी हालत खराब हुई थी। मामला गंगरार थाना क्षेत्र का है।
चित्तौड़गढ़. हिंदुस्तान जिंक के एक ठेका कंपनी में ऑन ड्यूटी रहते हुए एक इंजीनियर की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजन, रिश्तेदार और समाज जनों ने लगभग एक करोड़ रुपयों की मांग की है। काफी देर से पुलिस परिजनों को समझाने की कोशिश कर रही है। मौत का कारण साइलेंट अटैक बताया जा रहा है। वहीं, परिजनों का आरोप है कि कंपनी द्वारा लगातार डबल ड्यूटी करवाने के कारण उसकी हालत खराब हुई थी। मामला गंगरार थाना क्षेत्र का है।
हिंदुस्तान जिंक के ठेका कंपनी केपीएस में एक इंजीनियर कमलेश सेन (38) पुत्र भागीरथ सेन रोज की तरह रात को 10 बजे ड्यूटी करने गया था। 10:20 पर उसकी हालत खराब होने पर वह बेहोश होकर गिर गया। आसपास के अन्य साथियों से उठाकर हॉस्पिटल लेकर आए लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना गंगरार थाना पुलिस को दी गई। मौके पर थाना अधिकारी जयेश कुमार पाटीदार भी पहुंचे। कमलेश सेन के परिजनों को भी बुलाया गया। परिजनों ने कंपनी के मालिक पर आरोप लगाते हुए कहा कि कमलेश से कंपनी वाले लगातार डबल ड्यूटी करवा रहे थे। उसके खाने-पीने का भी समय नहीं दे रहे थे। ऐसे में कमलेश की तबीयत खराब हो गई। परिजनों ने बताया कि कमलेश अपने घर में इकलौता कमाने वाला था। घर पर उसकी सिर्फ बूढी दादी और मां ही रहते थे। उन्होंने एक करोड़ रुपयों की मांग की है। दोपहर 3:00 बजे तक भी मामला सुलझाया नहीं गया। पुलिस, केपीएस कंपनी के अधिकारी और परिजनों के बीच में लगातार बातचीत चल रही है
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