राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर गटकी गोली, कृमि मुक्त
चित्तौड़गढ़, । जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस स्वास्थ्य विभाग, षिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत सभी राजकीय, निजी स्कूलों, मदरसों, महाविद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत 1-19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि नाषक एलबेन्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। जो बच्चे 10 अगस्त 24 को दवाई खाने से छूट जायेंगें उन्हें 17 अगस्त को मॉप-अप दिवस पर एलबेन्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अन्तर्गत 1-5 वर्ष के बच्चों और विद्यालय नहीं जाने वाले 6-19 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर गोली खिलायी जायेगी। सीएमएचओ डॉ. ताराचन्द गुप्ता ने बताया कि इस अभियान में महाविद्यालयों में अध्ययनरत 19 वर्ष तक के बच्चों को एलबेन्डाजोल की गोली कॉलेज षिक्षको द्वारा खिलायी जाएगी।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर गटकी गोली, कृमि मुक्त
चित्तौड़गढ़, । जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस स्वास्थ्य विभाग, षिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत सभी राजकीय, निजी स्कूलों, मदरसों, महाविद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत 1-19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि नाषक एलबेन्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। जो बच्चे 10 अगस्त 24 को दवाई खाने से छूट जायेंगें उन्हें 17 अगस्त को मॉप-अप दिवस पर एलबेन्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अन्तर्गत 1-5 वर्ष के बच्चों और विद्यालय नहीं जाने वाले 6-19 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर गोली खिलायी जायेगी। सीएमएचओ डॉ. ताराचन्द गुप्ता ने बताया कि इस अभियान में महाविद्यालयों में अध्ययनरत 19 वर्ष तक के बच्चों को एलबेन्डाजोल की गोली कॉलेज षिक्षको द्वारा खिलायी जाएगी।
डॉ ताराचन्द गुप्ता मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी ने गांधीनगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर अभियान का शुभारम्भ किया। उन्होने बताया कि पेट में पडने वाले कीडे (कृमि) को उक्त गोली के द्वारा नष्ट किया जा सकता है। पेट में कृमि होने से बच्चा अत्यधिक कमजोरी महसूस करता है, जल्दी थकान, कम खाना, पीना आदि लक्षण ग्रस्त हो कर बीमार रहने लगता है।
उन्होने बताया कि अभियान के गुणवŸाा पूर्वक क्रियान्वयन के लिये खण्ड स्तर पर बीसीमएओ व जिला स्तर से जिला स्तरीय अधिकारीयो को जिम्मेवारी दी गई है।
इस अभियान में जागरूकता लाने के लिए आशा सहयोगिनी घर-घर जाकर बच्चो के परिजनो को दवा खिलाने के लिये प्रेरित करेंगी। साथ ही शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग का भी सहयोग लिया जायेगा और लोगो में जागरूकता फैलायी जायेगी। इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एलबेन्डाजोल की गोली खिलाने के पूर्ण प्रबन्ध किये जा रहे हैं ताकि सभी बच्चों को कृमि से मुक्त किया जा सकें।
बच्चों के लिये हानिकारक है कृमि
डॉ देवीलाल धाकड़ अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प.क.) ने बताया की राष्ट्रीय क्रमि मुक्ति दिवस का आयोजन दिनांक 10 अगस्त 2024 से स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के साझा प्रयासों से कार्यक्रम मनाया जायेगा एवं 17 अगस्त 2024 को मॉप अप राउंड आयोजित किया जावेगा जिसमे छूटे हुवे बच्चो को एलबेन्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। इसके तहत् जिले के आंगनवाड़ी केन्द्रों मे तथा शिक्षण संस्थाओ, तकनीकी संस्थाओं पर एक से उन्नीस वर्ष तक के बच्चों एवं किशोर दृकिशोरियों को कृमि नाशक एलबेन्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। डॉ धाकड़ का आमजन से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या मे लाभार्थी बच्चो एवं किशोर किशोरियों को क्रमि नाशक एल्बेण्डाजोल गोली आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा शिक्षण संस्थाओ पर खिलाकर कार्यक्रम को सफल बनावे।
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