टूटे दिलों का मजबूत जोड़ है क्षमा: जय श्रीजी
चित्तौड़गढ़ ओजस्वी वक्ता जय श्री जी म सा ने मंगलवार को खातर महल में पर्यूषण पर्व के आठवें दिन धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन जिन शासन के क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है।आज सभी को यह पांच काम विशेष रूप से करने होते हैं , पहले आप सभी को उपवास करना है, दूसरा कार्य दिमाग में गलत सोच और गलत विचार नहीं लाना है।
प्रेम माफी मांगना पसंद करता है :राज श्री जी म सा
चित्तौड़गढ़ ओजस्वी वक्ता जय श्री जी म सा ने मंगलवार को खातर महल में पर्यूषण पर्व के आठवें दिन धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन जिन शासन के क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है।आज सभी को यह पांच काम विशेष रूप से करने होते हैं , पहले आप सभी को उपवास करना है, दूसरा कार्य दिमाग में गलत सोच और गलत विचार नहीं लाना है। तीसरा कार्य स्वयं की आलोचना करनी है और चौथा कार्य प्रतिक्रमण करना है और प्रतिक्रमण के बाद सभी से सबसे क्षमा याचना करनी है।यह पांचो कार्य सभी श्रावक श्राविकाओं को अनिवार्य रूप से करने चाहिए। उन्होंने असली क्षमा की पहचान है कि अपने दुश्मनों से क्षमा मांगकर अतीत के अपराधों को भूल कर उनसे गले मिलना। क्षमा में यदि दिल से दिल न मिलें और सिर्फ होंठ ही हिलें तो यह नकली क्षमा याचना कहलाएगी। टूटे दिलों को मजबूती से जोड़ने का फेविकोल है क्षमा। धर्म सभा में राजश्री जी म सा ने कहा कि ये पर्व हमारी आत्मा को निर्मल, पावन एवं उत्तम बनाने का अवसर है ।आज का दिन स्वयं की आलोचना करने का दिन है।आज हमारी स्वयं की रिपोर्ट कार्ड बनाने का दिवस है। इस पावन दिवस पर तीन संकल्प करें जिसमें पहला संकल्प लें कि किसी की भी निंदा नहीं करेंगे।दूसरा संकल्प लें कि आज उपवास ,तप करेंगे और तीसरा संकल्प लें कि सभी से क्षमा मांगेंगे और क्षमा करेंगे।प्रेम माफी मांगना पसंद करता है और अहंकार माफी सुनना पसंद करता है। आलोचक केंची की तरह होता है और प्रशंसक सुई की तरह होता है । दर्जी केंची को पांव में रखता है और सुई को ऊपर रखता है।इसलिए जोड़ने वाले बनें काटने वाले नहीं। श्री संघ मंत्री सुधीर जैन ने विज्ञप्ति में बताया कि आज तपस्विनी निर्मला कर्णावत ने 22 उपवास के पचकान लिए, 21 अन्य तप आराधकों ने अठाई तप के पचकान लिए।सभी तप आराधकों का स्वागत धार्मिक बोलियां लगाने वाले श्रावक श्राविकाओं द्वारा किया गया।श्री संघ अध्यक्ष अशोक मेहता के अनुसार बुधवार 20 सितंबर आज प्रातः 7 बजे सामूहिक क्षमा याचना का कार्यक्रम खातर महल में होगा तथा प्रातः 8 बजे से सभी तप आराधको के सामूहिक पारणे का आयोजन रखा गया है। 21 सितंबर को प्रातः 9 बजे खातर महल मेंआचार्य सम्राट डॉ शिव मुनि जी म सा का 82 वा जन्म दिवस ध्यान दिवस और गुणानुवाद सभा के रूप में मनाया जाएगा।साध्वी समीक्षा श्री जी म सा ने अंतगड़ दशांक सूत्र का वाचन किया। धर्मसभा का संचालन श्रीसंघ मंत्री सुनील बोहरा ने किया।पदमा पगारिया ने "जैन शासन का महत्तम पर्व आया है,शांति मैत्री से जुड़ा पावन त्यौहार आया है"गीतिका प्रस्तुत की
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