जिंदगी की जंग हार गया देवराज, 51 लाख की आर्थिक सहायता परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी पर बनी सहमति
उदयपुर उदयपुर में करीब चार दिन पहले एक सरकारी स्कूल में हुई चाकूबाजी की घटना में गंभीर रुप से घायल हुए देवराज रक्षा बंधन के दिन यानि सोमवार षाम को अपनी जिंदगी की जंग हार गया और सरकार एवं प्रषासन के बचाने के लिए किए लाख प्रयास के बाद भी देवराज ने दम तोड दिया; जैसे ही देवराज के निधन का समाचर मिला हर कोई स्तभ रह गया; देखते ही देखते अस्पताल के बाहर पहरजन एवं बडी संख्या में लोग एकत्र हो गए वहां पर बडी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया छात्र के षव को मोर्चरी में रखवाया गया
उदयपुर उदयपुर में करीब चार दिन पहले एक सरकारी स्कूल में हुई चाकूबाजी की घटना में गंभीर रुप से घायल हुए देवराज रक्षा बंधन के दिन यानि सोमवार षाम को अपनी जिंदगी की जंग हार गया और सरकार एवं प्रषासन के बचाने के लिए किए लाख प्रयास के बाद भी देवराज ने दम तोड दिया; जैसे ही देवराज के निधन का समाचर मिला हर कोई स्तभ रह गया; देखते ही देखते अस्पताल के बाहर पहरजन एवं बडी संख्या में लोग एकत्र हो गए वहां पर बडी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया छात्र के षव को मोर्चरी में रखवाया गया इसके बाद परिजनों ने षव को लेने से भी इंकर कर दिया और दोशी को सजा देने की मांग को लेकर प्रदर्षन भी षुरू कर दिया गया; बाद में प्रषासन एवं परिजनों के बीच वार्ता हुई इस दौरान मृतक के परिजनों को 51 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी एवं एसटीएससी के तहत मामले में कार्रवाई के आष्वासन पर सहमति बनी इसी बीच लोगों ने स्कूल स्टाफ को हटाने की मांग भी की प्रषासन की ओर से सरकारी नौकरी का प्रस्ताव सरकार को भेजने की भी सहमति दी इसके बाद मृतक छात्र के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया षुरू हुई है इस दौरान उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलचंद मीणा, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भटृट, जिला कलकटर अरविन्द पोसवाल, आईजी अजयपाल लांबा, पुलिस अधीक्ष योगेष गोयल आदि मौजूद रहे
लोगों ने लगाया प्रषासन पर गुमराह करने का आरोप
छात्र की मौत के बाद कई संगठनों के पदाधिकारियों ने अस्पताल के बाहर पहुंच नारे बाजी की और इंमरजेंसी गेट के बाहर एकत्र हो गए; लोगों का कहना था कि प्रषासन चार दिन से झूठ बोलकर गुमराह कर रहा है दिन तक जब छात्र की हालत स्थिर बताई जा रही थी तो अचानक कैसे मौत हो गई बताया जा रहा है कि इसके बाद दोपहर तीन बजे अचानक देवराज की तबीयत बिगड गई
बहनों ने घायल छात्र को बांधी था रक्षा सूत्र
इससे पूर्व दोपहर करीब सवा दो बजे देवराज की सगी बहन सुहानी एवं उसकी चचेरी बहनों ने कलक्टर की स्वीकृति मिलने के अस्पताल पहुंच कर भाई को राखी बांधी और उसके दीर्घायु होने की कामना भी की
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