चित्तौडगढ विधानसभा चुनावः 1972 से अब तक हर बार मतदान प्रतिशत बढा है
निर्वाचन विभाग के प्रचार प्रसार के कारण इस चुनाव में युवा मतदाता एवं आम मतदाता बढ़-चढ़कर भाग लेता दिखाई दे रहा है जिससे चित्तौड़ जिले मैं वोटिंग प्रतिशत बढ़ने की संभावनाएं बढ़ गई है । चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट पर 2018 के चुनाव में वोटिंग प्रतिशत 80.31% रहा था । भाजपा को 53.40% तो कांग्रेस को 41.43% एवं नोट व अन्य को 5.16% रहा था । जो 2013 के मुकाबले 1% कम है
चित्तौडगढ । राजस्थान विधानसभा चुनाव के रण में 1972 से 2018 तक काफी कुछ
बदल गया है चुनाव के रण में दोनों ही पार्टी भाजपा और कांग्रेस अपने अंतकलेह से जूझ रही है l राजस्थान और देश में सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहने वाली सबसे हॉट सीट चित्तौड़गढ़ विधानसभा जहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं दो लगातार चुनाव जीतने वाले भाजपा के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या को टिकट नहीं मिलने के कारण निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चित्तौड़ विधानसभा से अपनी ताल ठोक दी है गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह जाडावत़ लगातार तीसरी बार चुनाव मैदान में है वही चंद्रभान सिंह आक्या भी तीसरी बार चुनाव मैदान में है फर्क इतना है इस बार वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में है बरहाल चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट पर कौन जीतेगा कौन हारेगा यह फैसला जनार्दन पर छोड़ते हैं । इस बार चुनाव में चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाता 269162 है इस बार नए युवा वोट ( 20725 ) अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे । निर्वाचन विभाग के प्रचार प्रसार के कारण इस चुनाव में युवा मतदाता एवं आम मतदाता बढ़-चढ़कर भाग लेता दिखाई दे रहा है जिससे चित्तौड़ जिले मैं वोटिंग प्रतिशत बढ़ने की संभावनाएं बढ़ गई है । चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट पर 2018 के चुनाव में वोटिंग प्रतिशत 80.31% रहा था । भाजपा को 53.40% तो कांग्रेस को 41.43% एवं नोट व अन्य को 5.16% रहा था । जो 2013 के मुकाबले 1% कम है
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्राप्त विधानसभा सीट के उन आंकड़ों से रूबरू कराते हैं l
चित्तौडगढ विधानसभा सीट 1972 से 2018
1972 में निर्मलाकुमारी इडियन नेशनल कांग्रेस से 12415 मतों से विजय रही थी, उस वक्त कुल मतदाता 70993 मतदान का उपयोग 33846 नें किया । इंडियन नेशनल कांग्रेस प्रत्याशी कों 22196 वोट मिले, वोट प्रतिशत 49.18 % रहा । इस चुनाव में भारतीय जनसंघ,स्वत्रंत पार्टी एवंम एक निर्दलीय नें चुनाव लडा ।
1977 के जनता पार्टी के लक्ष्मण सिह ने 22825 मतों से विजय प्राप्त की थी उस वक्त कुल मतदाता 79657 थे, इस चुनाव में 8664 नयें मतदाता नें अपनें मतदान का उपयोग किया सीधा मुकाबला जनता पार्टी एवं इडियन नेशनल कांग्रेस के बीच रहा एवंम इस चुनाव में एक भी निर्दलीय नें चुनाव नही लडा । वोट 56.07% रहा ।
1980 में इस सीट से शोभराजमल इंडियन नेशनल कांग्रेस आई से 1888 मतों से विजय हुए, भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी कैलाश चंद्र झवंर को हार का सामना करना पड़ा, कुल मतदाता 88651 इनमें से मतदान का उपयोग 37939 ने किया यह चुनाव में भी 8994 नए मतदाता शामिल हुए ।वोट प्रतिशत 43.59 % ,निर्दलीय का 10.88% रहा ।
1985 इस सीट से 14851 नए मतदाता जोड़े गए, इस चुनाव में बाज़ी फिर से लक्ष्मण सिंह ने मारी इस बार वें इंडियन नेशनल कांग्रेस से चुनाव लड़े और विजय रहे, कुल मतदाता 103502 मतदान का उपयोग 43878 मतदाता ने किया, लक्ष्मण सिंह 12862 वोट से विजय रहे । वोट प्रतिशत 43.32 % रहा ।
1990 का विधानसभा चुनाव बड़ा ही रोचक रहा, चुनाव में 6 राष्ट्रीय पार्टी 11 निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव लड़ा टोटल वोट 131750 थे जिनमें से 28248 नए मतदाता जुड़े इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विजय सिंह झाला 1111 वोट से विजय रहे ,वोट प्रतिशत 53.67% रहा । भारतीय जनता पार्टी और इंडियन नेशनल कांग्रेस को छोड़कर चार राष्ट्रीय पार्टी एवं 11 निर्दलीय को टोटल वोट मिला 27396 जिसका कुल प्रतिशत 11.39 % रहा ।
1993 के विधानसभा चुनाव में भी 1990 की स्थिति का सामना करना पड़ा 13 निर्दलीय एवं तीन राष्ट्रीय पार्टी चुनाव मैदान में थी, भाजपा कांग्रेस को छोड़कर, कुल मतदाता 140910 नये मतदाता जोड़े गए 9160 मतदान का उपयोग 82677 ने किया गाौरतलब है कि तीन राष्ट्रीय एवं 13 निर्दलीय को 7359 वोट ही मिल पाए जिनका प्रतिशत 8.81% इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार नरपत सिंह राजवी ने 15380 वोटो से बाजी मारी वोट प्रतिशत 60.14% रहा ।
1998 विधानसभा चुनाव में इंडियन नेशनल कांग्रेस उम्मीदवार सुरेन्द्रसिह सिंह जाडावत़ 6831 मतो से विजय रहे, भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार नरपत सिंह राजवी को हार का मुंह देखना पड़ा । कुल वोटर 150016 नयें मतदाता 9106 मतदान का उपयोग करने वाले मतदाता की संख्या 105127 रही वोट प्रतिशत 71.3% रहा ।
2003 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया नरपत सिंह राजवी ने इंडियन नेशनल कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह जाडावत को 11813 मतों से हराया कुल मतदाता 170303 नयें मतदाता 20287 मतदान का उपयोग करने वाले मतदाता की संख्या 129483 रही ।
2008 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से इंडियन नेशनल कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह जाडावत़ विजय रहे, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार श्रीचंद कपलानी को 11551 मतों से चुनाव मैं शिकस्त दी, इस चुनाव में कुल मतदाता 186768 ,नयें मतदाता 16455 एवं मतदान का उपयोग करने वाले मतदाता की संख्या 137365 रही ,कुल वोटिंग प्रतिशत 73.55% रहा ।
2013 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने नए और युवा प्रत्याशी चंद्रभान सिंह आक्या को चुनावी मैदान में उतारा उनका सामना इंडियन नेशनल कांग्रेस के अनुभवी प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह जाड़ावत से था इस चुनाव में कुल मतदाता संख्या 212263 थी, इसमें 25495 नए मतदाता को भी मौका मिला इस बार कुल मतदान करने वाले मतदाता 172676 रहे,मतदाताओं ने इस बार भारतीय जनता पार्टी के युवा प्रत्याशी चंद्रभान सिंह को 11850 मतों से विजय बनाया । कुल वोटिंग प्रतिशत 81.35% रहा । यहा पहली बार नोटा का उपयोग किया गया 3118 मतदाता दोनो ही प्रत्याशी से नाखुश दिखाई दिये,13 अन्य प्रत्याशी को 13744 वोट प्राप्त हुए ,प्रतिशत 7.78 % रहा ।
2018 विधानसभा चुनाव में दोनों ही पार्टियों ने अपने अपने पुराने उम्मीदवार पर ही भरोसा जताया , चुनाव में भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार चंद्रभान सिंह आक्या भारी मतों से विजय रहे उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह जाडावत़ को 23894 वोटो से शिकस्त दी, विधानसभा में कुल मतदाता 248437 नयें मतदाता 36174 मतदान करने वाले मतदाता की संख्या 199515 रही ,वोटिंग प्रतिशत 80.31% रहा जो पिछले चुनाव के मुकाबले एक प्रतिशत कम रहा । नोटा व अन्य को 10283 मत प्राप्त हुए, 5.16% रहा ।
कन्टेट आकाश शर्मा
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