चित्तौड़ दुर्ग संसार में प्रसिद्ध है लालचरण महाराज
Chittor fort is famous in the world Lalcharan Maharaj

चितौड़गढ़ दुर्ग पर गुप्त नवरात्रि के अवसर पर तृतीय दिन दैवीय भागवत कथा महोत्सव कार्यक्रम प्रातः 7.15 बजे कथा स्थल बिड़ला धर्मशाला, चित्तौड़िया भेरूजी, राजटीला ( जहां महाराणाओं के राजतिलक होता था । ) उन अमर ज्ञात अज्ञात आत्माओं के मोक्षदायिनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर हवन-यज्ञ,पुजा अर्चना के साथ-साथ श्री दुर्गा सप्तशती पाठ विधि विधान से प्रारंभ हुआ। जिसमे यज्ञाचार्य आचार्य पंडित मुकेश कुमार शर्मा भीलवाड़ा के सानिध्य में पांच-पांच पंडितों के द्वारा पुजा अर्चना के साथ 8.15 बजे से श्रीदुर्गा सप्तशती पाठ विधि विधान से किया। आयोजन समिति सदस्य कान सिंह सुवावा पूर्व संयुक्त मंत्री जौहर स्मृति संस्थान चितौड़गढ़ ने बताया कि दोपहर 1 बजे से दैवीय भागवत कथा महोत्सव गौ प्रेमानंद श्रीलालचरण महाराज के मुखारविंद से शक्ति, भक्ति,त्याग,बलिदान की धरती पर हुए जौहर व साके में बलिदानी आत्माओं को स्मरण करते हुए बताया कि वीरता में जब सतीतव चढ़ता है तब मृत्यु उनके वश में हो जाती है सतीतव जब आत्मा में सवार हो जाता है तब हंसते-हंसते मृत्यु को वरण कर लेते हैं मन की इच्छा स्वयं के कल्याण में बहुत बड़ी बाधक है इच्छाएं अनेक है एक के बाद एक लगी रहती है गुरु की महिमा अपरंपार है भवसागर पार करने के लिए मीराबाई ने रैदास जी को अपना गुरु बनाकर भगवान कृष्ण में अंतरध्यान होते हुए संदेश दिया । महाराज श्री ने आज राम कथा महोत्सव में भगवान राम जन्म, सीता स्वयंवर, राजतिलक,राम वनवास के प्रसंगों का श्रवण करते हुए बताया की सांसारिक मोह माया लोभ अहंकार सबको छोड़कर सिर्फ परमात्मा की प्राप्ति के लिए निष्काम भाव से परम कल्याण के लिए राम नाम रटते रहे हैं बाकी सब झूठी झंझट है।इस तरह जीवात्मा को परमात्मा से मिलने के लिए सत्संग एवं देवी भागवत कथा अचूक साधन है। कथा में राम दरबार की मनमोहक झांकियां भी निकाली गई।
कथाश्रवण करने वालों में राजसमन्द जिले शैलागुडा के जनाना सरदार ,भीलवाड़ा जिले के थाणा से जनाना सिरदार,दौलत गढ़,देवगढ़, चित्तौड़गढ़ दुर्ग सहित कथा महोत्सव में अनिरुद्ध सिंह बानिणा, जगवीर सिंह गोपाल पुरा, राधेश्याम सोनी,राम सिंह सारंगदेवोत, लक्ष्मण सिंह सारंगदेवोत उदय सिंह जी की भागल, निरंजन दास दुर्ग, मोहन जी तेली,दुर्ग से रतन सिंह, पंडित श्री शान्ती लाल पालीवाल, शहीद चन्दन सिंह के अग्रज नंद सिंह, गोविंद शर्मा ,गोविन्द कंवर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की महिला जिला अध्यक्ष, राज नोबल्स से सत्यपाल सिंह थाणा, जौहर स्मृति संस्थान के महामंत्री तेजपाल सिंह खोर, कोषाध्यक्ष गोवर्धन सिंह भाटी, चावण्ड सिंह दांतड़ा, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कान सिंह सुवावा, थाणा, रतन सिंह केमुनिया, शंकर सिंह कोटडी, हेमेन्द्र सिंह बोहेड़ा, सहित कई गणमान्य महिला पुरुष उपस्थित थे।
कल पंडित साहब द्वारा दुर्गा सप्तशती पाठ, यज्ञ हवन,पुजा अर्चना , जौहर स्थली,सुरजपोल दरवाजा पर स्थित सांईदास, ईश्वर दास चुण्डावत की पुजा अर्चना किया जाएगा। प्रातः 7.15 बजे से 12 बजे तक यज्ञ हवन होगा। कथा महोत्सव 1.15 बजे से 5 बजे तक होगी।
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